मुस्कान
मुस्कान बिल्कुल
हँसमुख लड़की है अपनी जिंदगी को ख़ुशी से जीने वाली उसे पता है की
जिंदगी में खुश
कैसे रहा जाता है अपने हर पल को खुल के जीती है वह घर में अकेली रहती है उसकी कोई फैमिली भी नहीं है फिर भी कभी खुद को अकेलापन महसूस नही होने देती है| वो है ही
इतनी खास अपने हर पल को ख़ुशी से जीने वाली मुस्कान|
समय सुबह के छ: बज रहे है|
मुस्कान सो रही
होती है तभी सुबह 6 बजे अलार्म की घड़ी बजती है तो उठती है और मुस्कुराते हुए अपने
आप को गुड मोर्निंग कहती है और अलार्म को बंद करती है अपने बेड से उठकर वह खिड़की
के पास जाकर खिड़की के परदे हटाती है और चिड़िया की आवाजो को महसूस करती है फिर वह
अपना घर का सारा काम करके ऑफिस के लिए रेडी होती है हमेशा की तरह वह
ऑफिस के लिए रेडी होने के बाद अपने लिए खाना बना के २ टिफ़िन पैक करती है और अपने
बैग में रखती है और फिर रूम लॉक करती है|
मुस्कान हमेशा की
तरह घर से निकलकर ऑफिस जाने के लिए बस स्टैंड जाती है तभी उसकी नज़र एक अंधे बूढ़े
पर पड़ती है जो बस स्टैंड के पास बैठा होता है और हमेशा की तरह मुस्कान का इंतज़ार
कर रहा होता है मुस्कान उसके पास जाती है और अपने बैग से टिफ़िन बॉक्स निकालकर उस
बूढ़े आदमी को देती है वह बूढा आदमी मुस्कुराते हुए मुस्कान के सिर पर हाथ रखते हुए
उसे आशीर्वाद देता है और इतनी देर में बस आ जाती है और मुस्कान बस में बैठकर ऑफिस
पहुच जाती है|
ऑफिस के अन्दर जाते
ही उसे ऑफिस का गार्ड दिखता है उसे मुस्कुराते हुए हाथ जोडकर नमस्ते करती है फिर
वह सोचती है की वह कुछ भूल रही है तो ऑफिस के बाहर जाती है ऑफिस के पास फूलो की
दुकान होती है वह दुकान से अपने लिए अपने पसंन्द के फूल orchids खरीदती है और फिर
ऑफिस में उन फूलो को लेकर जाती जाती है और अपने सभी दोस्तों को हेलो बोलती है फिर
अपनी डेस्क के पास जाती है और खाली फ्लावर पॉट में अपने फूल रखती है फिर चेयर पर
बैठकर अपने कंप्यूटर पर ऑफिस का काम करती है फिर 1 बजे लंच का समय हो जाता है वह
अपने दोस्तों के पास जाती है और वो सब एक-दुसरे के साथ अपना लंच शेयर करते है लंच
खत्म करने के बाद मुस्कान दुबारा काम करने लग जाती है| मुस्कान हमेशा की तरह अपना
काम 6 बजे तक खत्म कर लेती है और ऑफिस से निकलकर बस में बैठकर अनाथ आश्रम के लिए
निकलती है|
मुस्कान हमेशा की
तरह ऑफिस के बाद अनाथ आश्रम जाती है और वह बच्चो को डांस सिखाती है मुस्कान बस से
उतरती है वह अनाथ आश्रम जा ही रही होती है तभी उसे सामने एक शॉप दिखती है वह वहां
से कुछ चोकलेट खरीदती है फिर अनाथ आश्रम के अन्दर जाती है और सारे बच्चे मुस्कान को
देखकर खुश हो जाते है और भाग के मुस्कान को गले लगा लेते है मुस्कान भी उन सबको गले
लगा लेती है और फिर अपने बैग में से चोकलेट निकालकर बच्चो को देती है और फिर सारे
बच्चे खुश हो जाते है और फिर मुस्कान कहती है चलो अब डांस करते है| फिर वो बच्चो
को डांस सिखाती है और डांस सिखाने के बाद थोड़ी देर बच्चो के साथ मस्ती करती है|
फिर मुस्कान बच्चो को गले लगाकर बाय कहती है और घर के लिए रवाना होती है|
मुस्कान घर पहुचकर
घर का सारा काम करके अपने लिए खाना बनाती है फिर खाना बनाने के बाद थोड़ी देर ऑफिस
का काम करती है और नोवल पढ़ते-पढ़ते सो जाती है|
यह है मेरी कहानी की मुस्कान जो हमेशा जिंदगी को खुल कर जीती है और अकेले रहते हुए भी कभी खुद को अकेलापन का एहसास नहीं होने दिया और
हमेशा मुस्कुराती रहती है दुसरे के दुःख को अपना दर्द समझती है और हमेशा दूसरी को मदद
करती है| मुस्कान उन लोगो के लिए मिशाल है जो सोचते है की मैं अकेली हु मेरा इस
दुनिया में कोई नहीं है वह उनके लिए मिशाल है कैसे अकेले रह कर भी दुसरो की मदद
करके जिंदगी में खुश रहा जाता है मुस्कान की कहानी यह बताती है की जिंदगी बहुत
छोटी और खूबसूरत है इसको हर पल खुल कर जियो और दुसरो की मदद करके जो ख़ुशी मिलती है
उसको महसूस करो अपने आप तुम्हारी जिंदगी खूबसूरत बन जाएगी| तो यह है मेरी कहानी की
मुस्कान|
Comments
Post a Comment